शादी को 7 साल हो चुके हैं। एक बच्चा है और दूसरा चाहता हूं। पत्नी भी बच्चे के लिए तैयार है। आजकल सहवास के समय पत्नी के प्राइवेट पार्ट में गीलापन कम होने लगा है। इसलिए नारियल तेल का इस्तेमाल करता हूं। क्या इससे बच्चा पैदा करने में परेशानी हो सकती है।
जब प्राइवेट पार्ट में गीलापन कम होगा तो सहवास में आनंद का अहसास महिला के लिए कम होगा। हां, पुरुष को आनंद तो मिल जाता है। पर जब गीलापन में कमी के बाद बार-बार सहवास किया जाएगा तो सहवास में महिला की दिलचस्पी कम होती चली जाएगी। कई बार तो महिला को गीलापन में कमी यानी प्राइवेट पार्ट के सूखे होने की वजह से प्राइवेट पार्ट में दर्द भी होता है।उसके लिए सहवास आनंद की बजाए कष्ट का कारण बन जाता है। इससे वह सहवास से विमुख होने लगती है। इसलिए जरूरी यह है कि प्रवेश के समय महिला को प्राइवेट पार्ट में पर्याप्त गीलापन हो। इसके लिए जो सबसे जरूरी चीज है, वह है फोरप्ले यानी प्रवेश से पहले ज्यादा वक्त गुजारें। अपनी पत्नी की पसंद-नापसंद को समझें। उन्हें किस तरह की छुवन पसंद है और किस तरह का नहीं, इस पर ध्यान दें। हकीकत यह है कि महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में गीलेपन को ही उत्तेजना का बैरोमीटर कहा जाता है। प्रवेश कब करना है यह पूरी तरह अपनी पत्नी पर छोड़ दें। पत्नी जब यह बार-बार बोलना शुरू कर दे कि 'अब देर न करो' इसके बाद ही आगे बढ़ें। हां, यह सच है कि बाज़ार में मिलने वाली क्रीम के इस्तेमाल से स्पर्म की रफ्तार में रुकावट आ सकती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी में परेशानी हो सकती है। जहां तक नारियल तेल की बात है तो इससे अमूमन फर्क नहीं पड़ता।
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